Monday, July 6, 2015

कृतसंकल्पित हूं मेरा हर कृत्य बने कविता

कृतसंकल्पित हूं मेरा हर कृत्य बने कविता
गीत रामायण गीता कुरु नृत्य बने कविता

राग विराग समर्पण सब जगती पर अर्पण
शब्द साधना ऐसी चेते हर मन का दर्पण
 पूनम घोर अमावस सुबह दोपहरी संध्या
मंत्र चरैवेति का नित सिद्ध बने कविता

  कृतसंकल्पित हूं मेरा हर कृत्य बने कविता
गीत रामायण गीता कुरु नृत्य बने कविता


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